भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ब्रिटेन के चैथम हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि “अगर पाकिस्तान POK खाली कर देता है, तो कश्मीर विवाद खुद-ब-खुद सुलझ जाएगा।” उनके इस बयान से भारत के रुख की एक बार फिर पुष्टि हुई है कि POK भारत का अभिन्न हिस्सा है और इसे लेकर किसी भी तरह की बातचीत का सवाल ही नहीं उठता।
जयशंकर ने क्या कहा?
विदेश मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि “कश्मीर का हल तभी संभव है जब पाकिस्तान POK को खाली कर दे। भारत की संप्रभुता और अखंडता से समझौता नहीं किया जा सकता।” उन्होंने यह भी कहा कि POK भारत का हिस्सा था, है और रहेगा।
जयशंकर ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि पाकिस्तान को पहले अपने अंदरूनी हालात सुधारने चाहिए, न कि भारत के मामलों में हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद को समर्थन देने वाला देश खुद अस्थिरता की ओर बढ़ रहा है।
पाकिस्तान को सख्त संदेश
जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान बार-बार कश्मीर मुद्दे को उठाकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की कोशिश करता है, लेकिन उसे हर बार विफलता ही मिली है। भारत सरकार पहले ही यह साफ कर चुकी है कि भारत-पाकिस्तान के बीच तब तक कोई वार्ता संभव नहीं है, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता।
उन्होंने कहा कि “आज पूरी दुनिया समझ चुकी है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखी है और भविष्य में भी अपने संप्रभु अधिकारों की रक्षा करेगा।”
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
जयशंकर के इस बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिक्रिया आने लगी है। भारत के इस स्पष्ट रुख को कई देशों का समर्थन मिल रहा है। पाकिस्तान के आतंरिक हालात और आर्थिक संकट को देखते हुए अब उसे POK जैसे मुद्दों पर भड़काऊ बयानबाजी बंद करनी चाहिए।
क्या है भारत का रुख?
भारत ने हमेशा से कहा है कि POK भारत का अभिन्न हिस्सा है और उसे वापस पाना हमारा संवैधानिक अधिकार है। संसद में पहले ही प्रस्ताव पास हो चुका है कि POK भारत का हिस्सा है और इसे वापस लेना हमारी प्राथमिकता रहेगी।