जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है, जिससे इलाके में भारी तबाही मच गई। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से कई मकान जमींदोज हो गए हैं और यातायात व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।
घटना का विवरण
घटना रामबन जिले के संगर इलाके में हुई, जहां देर रात बादल फटने के बाद तेज बारिश और भूस्खलन शुरू हो गया। पानी के तेज बहाव में कई घर बह गए और सड़कें टूट गईं। स्थानीय लोगों के अनुसार, अचानक आए सैलाब में लोग कुछ समझ ही नहीं पाए और तबाही मच गई।
मृतक और लापता
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, तीन लोगों की मौत हो चुकी है। दो शवों को मलबे से निकाल लिया गया है, जबकि एक शव सुबह रेस्क्यू टीम ने बरामद किया। प्रशासन को आशंका है कि अभी भी कुछ लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं।
हाईवे बंद, यातायात ठप
श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन और पानी भर जाने के कारण यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। सड़क पर भारी मलबा जमा हो गया है, जिसे हटाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
प्रशासन और रेस्क्यू ऑपरेशन
NDRF, SDRF और सेना की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। हेलीकॉप्टर की मदद से ऊंचाई वाले इलाकों में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भविष्य की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने और ऊंचाई वाले इलाकों से दूर रहने की अपील की है।