वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में आम जनता के लिए बड़ी घोषणा की है। नई टैक्स व्यवस्था (New Tax Regime) के तहत अब 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा। यह बदलाव मध्यम वर्ग और वेतनभोगी करदाताओं के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा।
नई कर व्यवस्था में क्या हुआ बदलाव?
1. 12 लाख रुपये तक की आय पर शून्य टैक्स
2. 50,000 रुपये की स्टैंडर्ड डिडक्शन बरकरार
3. नया स्लैब उन करदाताओं के लिए फायदेमंद, जो पुरानी व्यवस्था छोड़कर नई व्यवस्था अपनाएंगे
4. छोटे और मध्यम वर्गीय परिवारों को वित्तीय राहत मिलेगी
नई और पुरानी टैक्स व्यवस्था में अंतर
1. नई कर व्यवस्था के फायदे:
ज्यादा टैक्स छूट
सीधी और सरल कर प्रणाली
करदाताओं को अधिक बचत का मौका
2. पुरानी कर व्यवस्था में छूट:
धारा 80C, 80D, HRA और अन्य डिडक्शन का लाभ मिलता था
निवेश पर कर छूट का फायदा
सरकार का मानना है कि नई कर व्यवस्था को ज्यादा आकर्षक बनाकर लोग इसमें शिफ्ट होंगे और कर प्रणाली को सरल बनाया जाएगा।
किन लोगों को मिलेगा फायदा?
1. वेतनभोगी कर्मचारी – मासिक आय में अधिक बचत
2. छोटे व्यापारी और पेशेवर – कर भार में कमी
3. सीनियर सिटिजन – वित्तीय सुरक्षा में बढ़ोतरी
बजट 2025 में 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छूट की घोषणा से मध्यम वर्ग को राहत मिली है। नई कर व्यवस्था अब पहले से अधिक आकर्षक हो गई है और करदाताओं को अधिक बचत का मौका मिलेगा।