Union Budget 2025: एलईडी टीवी सस्ते, तंबाकू और विदेशी गाड़ियां महंगी! देखें पूरी लिस्ट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 पेश करते हुए आम जनता को राहत और कुछ चीजों पर अतिरिक्त कर का बोझ दिया है। इस बजट में घरेलू उपभोक्ता उत्पादों, इलेक्ट्रॉनिक्स, पर्यटन और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए कई रियायतें दी गई हैं, जबकि लग्जरी आइटम, तंबाकू उत्पाद और कुछ इम्पोर्टेड सामान महंगे हो गए हैं।

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी जेब पर बजट का क्या असर पड़ेगा, तो यहां देखें पूरी लिस्ट कि क्या हुआ सस्ता और क्या हुआ महंगा।

क्या हुआ सस्ता?
1. मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स:
घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल फोन, चार्जर और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सस्ते हुए हैं।
2. एलईडी टीवी और सोलर पैनल:
सोलर पैनल और LED टीवी पर टैक्स में छूट दी गई है, जिससे इनकी कीमत कम होगी।
3. कृषि उपकरण और उर्वरक:
किसानों को राहत देने के लिए कृषि उपकरण और उर्वरकों पर टैक्स घटाया गया है।
4. स्वास्थ्य उपकरण:
मेडिकल उपकरण, सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स और कुछ दवाएं सस्ती हो गई हैं।
5. पर्यटन और ट्रैवल:
घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एयर ट्रैवल और होटल बुकिंग सस्ती हुई हैं।
6. इनके अलावा:
दवाइयां, 36 जीवनरक्षक दवाएं, कैंसर की दवाएं, इलेक्ट्रिक गाड़ी, लेदर गुड्स

क्या हुआ महंगा?
1. तंबाकू और सिगरेट:
सरकार ने स्वास्थ्य कारणों से तंबाकू और सिगरेट पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है।
2. इम्पोर्टेड कार और गाड़ियां:
विदेशी कारों और लक्जरी वाहनों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है, जिससे ये महंगे हो गए हैं।
3. चांदी और हीरे के आभूषण:
सोने पर टैक्स में कोई बदलाव नहीं हुआ, लेकिन चांदी और हीरे के आभूषण महंगे हो गए हैं।
4. इम्पोर्टेड इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स:
विदेशी ब्रांड के मोबाइल, लैपटॉप, स्मार्टवॉच और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स महंगे हो सकते हैं।
5. डिजल गाड़ियां और पेट्रोल कारें:
डीजल वाहनों पर अतिरिक्त कर लगाने का प्रस्ताव, जिससे ये महंगे हो सकते हैं।
6. फास्ट फूड और पैक्ड ड्रिंक्स:
जंक फूड और शुगर-युक्त ड्रिंक्स पर टैक्स बढ़ा दिया गया है, जिससे ये महंगे हो सकते हैं।

बजट 2025 में कई रोजमर्रा की चीजें सस्ती हुई हैं, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी, लेकिन कुछ लग्जरी आइटम, तंबाकू उत्पाद और इम्पोर्टेड सामान महंगे हो गए हैं। सरकार ने इस बजट के जरिए आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया और क्लीन इंडिया जैसे अभियानों को मजबूती देने की कोशिश की है।

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