उत्तराखंड के हरिद्वार में पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के चेयरमैन जय शाह का निजी सहायक (PA) बताकर धोखाधड़ी कर रहा था। यह ठग लंबे समय से लोगों को ठगने के लिए इस फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहा था और कई लोगों से पैसे ऐंठ चुका था।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
हरिद्वार पुलिस को कुछ लोगों से शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति खुद को जय शाह का पीए बताकर प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है। वह इस फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर लोगों से संपर्क करता था और उनसे विभिन्न तरीकों से लाभ उठाने की कोशिश करता था। जब पुलिस को इस संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियों की जानकारी मिली, तो तुरंत एक जाल बिछाया गया और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
आरोपी की पहचान और ठगी का तरीका
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अभी उजागर नहीं की गई है, लेकिन पुलिस जांच में पता चला है कि वह पहले भी कई बार इसी तरह की धोखाधड़ी कर चुका है। वह बड़ी हस्तियों के नामों का इस्तेमाल कर लोगों को प्रभावित करता था और फिर उनसे पैसे या अन्य फायदे लेने की कोशिश करता था। आरोपी विभिन्न संस्थानों, व्यापारियों और प्रभावशाली व्यक्तियों से संपर्क करता था और खुद को जय शाह का करीबी बताकर झूठे वादे करता था।
पुलिस जांच में क्या सामने आया?
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी सोशल मीडिया और फोन कॉल्स के जरिए अपनी ठगी को अंजाम देता था। वह जय शाह का पीए होने का दावा कर लोगों को भरोसे में लेता और किसी न किसी बहाने से उनसे आर्थिक लाभ उठाने की कोशिश करता। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि उसने अब तक कितने लोगों को ठगा है और क्या उसके पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है।
जनता को सतर्क रहने की अपील
हरिद्वार पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे इस तरह के धोखेबाजों से सतर्क रहें। अगर कोई व्यक्ति खुद को किसी प्रभावशाली व्यक्ति का प्रतिनिधि बताकर आपसे संपर्क करता है, तो तुरंत उसकी सच्चाई जांचें। बिना पुष्टि किए किसी को भी पैसे न दें और ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
जय शाह के नाम का दुरुपयोग
गौरतलब है कि जय शाह वर्तमान में ICC के चेयरमैन हैं और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। भारतीय क्रिकेट में उनका प्रभाव काफी मजबूत है और यही वजह है कि ठगों ने उनके नाम का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लेने की कोशिश की। इससे पहले भी कई बार बड़े अधिकारियों और सेलिब्रिटीज के नाम पर ठगी के मामले सामने आ चुके हैं।
इस तरह के अपराधों से बचने के लिए क्या करें?
- अगर कोई व्यक्ति खुद को किसी बड़े अधिकारी का पीए बताकर आपसे संपर्क करे, तो उसकी पहचान की जांच करें।
- बिना जांच-पड़ताल के किसी अजनबी को पैसे या कोई अन्य लाभ न दें।
- इस तरह की किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
- सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें, ताकि ठग इसका दुरुपयोग न कर सकें।
पुलिस अब इस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने और कितने लोगों को निशाना बनाया है और क्या इसके पीछे कोई संगठित गिरोह है। इस मामले से एक बार फिर साबित होता है कि ठग लोगों को झांसे में लेने के लिए हर संभव तरीका अपनाते हैं। ऐसे में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।