गुजरात के जामनगर में भारतीय वायुसेना (IAF) का जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के तुरंत बाद वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इस दुर्घटना में एक पायलट ने इलाज के दौरान अपनी जान गंवा दी, जबकि दूसरे पायलट का इलाज चल रहा है। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, जगुआर फाइटर जेट ने जामनगर एयरबेस से नियमित प्रशिक्षण उड़ान भरी थी। उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के कारण विमान नियंत्रण से बाहर हो गया। उसके बाद विमान क्रैश हो गया और उसके टुकड़े दूर तक जाकर गिरे।
भारतीय वायुसेना का बयान
वायुसेना ने बयान जारी कर कहा, “जगुआर विमान ने नियमित प्रशिक्षण मिशन पर उड़ान भरी थी, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उसे छोड़ना पड़ा। हादसे में एक पायलट की जान चली गई है और दूसरे पायलट का इलाज चल रहा है।”
जगुआर विमान के बारे में जानकारी
1. फ्रांस द्वारा निर्मित यह लड़ाकू विमान 1979 से भारतीय वायुसेना में सेवा दे रहा है।
2. भूमि पर हमला करने में सक्षम यह जेट एयरफोर्स के बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक है।
3. इसे 2025 तक चरणबद्ध तरीके से रिटायर किए जाने की योजना है।
क्या होगा आगे?
वायुसेना की जांच कमेटी इस हादसे की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी। यदि तकनीकी खामी की पुष्टि होती है, तो पुराने हो चुके जगुआर बेड़े को जल्द रिटायर करने की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
गुजरात में हुआ यह हादसा भारत की सैन्य क्षमताओं को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करता है। क्या भारत को जल्द से जल्द नई पीढ़ी के लड़ाकू विमानों पर ध्यान देना चाहिए? वायुसेना की जांच रिपोर्ट से इस घटना की असल वजह सामने आएगी।