पंजाब में किसानों और सरकार के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर और विधायकों के आवास के बाहर धरना देने का ऐलान किया है। किसान अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बना रहे हैं और खुली बहस की चुनौती भी दी है।
किसान क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?
किसानों की मुख्य मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी, बिजली दरों में कटौती, कर्ज माफी और पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को रद्द करना शामिल हैं। किसानों का कहना है कि पंजाब सरकार ने उनके मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके चलते उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।
भगवंत मान और आप सरकार पर क्यों है गुस्सा?
किसानों का आरोप है कि पंजाब सरकार ने पहले उनकी मांगों को समर्थन देने का वादा किया था, लेकिन अब यू-टर्न ले लिया है। SKM नेताओं ने कहा कि सरकार अब अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है और किसानों के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं कर रही है।
खुली बहस की चुनौती
किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को खुली बहस की चुनौती दी है, ताकि राज्य के किसानों की स्थिति और उनकी मांगों पर विस्तृत चर्चा हो सके। हालांकि, सरकार ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
आंदोलन का असर
इस आंदोलन से पंजाब की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है। सरकार पर दबाव बढ़ रहा है, वहीं किसान अपनी मांगों को लेकर और अधिक आक्रामक होते दिख रहे हैं। यदि सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत नहीं हुई, तो यह प्रदर्शन और अधिक उग्र हो सकता है।