बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ गैर-जमानती वारंट, जानिए पूरा मामला

योग गुरु बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण की मुश्किलें बढ़ गई हैं। केरल की पलक्कड़ कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट (Non-Bailable Warrant) जारी किया है। यह कार्रवाई एक कानूनी मामले में बार-बार कोर्ट में अनुपस्थिति के कारण की गई है।

क्या है पूरा मामला?
1. यह मामला पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ दायर एक केस से जुड़ा हुआ है।
2. बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को कोर्ट में पेश होने के लिए कई बार समन भेजा गया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए।
3. इसके बाद केरल की पलक्कड़ अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया।

गैर-जमानती वारंट का क्या मतलब है?
गैर-जमानती वारंट (NBW) का मतलब यह होता है कि आरोपी को अब कोर्ट में पेश होना ही होगा, नहीं तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।

क्या होगा अब?
1. बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को जल्द से जल्द कोर्ट में पेश होना होगा।
2. अगर वे पेश नहीं होते, तो अगला कदम उनकी गिरफ्तारी भी हो सकता है।
3. पतंजलि समूह की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

पहले भी विवादों में रहे हैं बाबा रामदेव
बाबा रामदेव इससे पहले भी कई विवादों में रह चुके हैं:
1. एलोपैथी पर विवादित बयान: 2021 में उन्होंने एलोपैथी चिकित्सा प्रणाली पर विवादित बयान दिया था, जिससे डॉक्टरों में नाराजगी थी।
2. पतंजलि की दवा पर रोक: पतंजलि की कुछ दवाओं को लेकर विवाद हुए थे, जिन्हें वैज्ञानिक आधार पर गलत बताया गया था।

बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को अब केरल की पलक्कड़ कोर्ट में पेश होना होगा। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो उनकी गिरफ्तारी की संभावना बढ़ सकती है। आने वाले दिनों में इस मामले पर और भी कानूनी कार्यवाही हो सकती है।

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