जन्म – 1993, पुणे महाराष्ट्र
शिक्षा – मैकेनिकल इंजीनियरिंग, MBA
पहचान – सोशल एक्टिविस्ट, पशुप्रेमी, लेखक, Entrepreneur
रतन टाटा, भारत के ऐसे अनमोल रतन, जिनके निधन पर आज लगभग पूरा भारत दुखी हो रहा है। हर कोई आज रतन टाटा की उपलब्धियों, उनके द्वारा किये गए कामों को याद कर रहा है। साथ ही सभी यह सोच रहे हैं कि अब उनके कामों को कौन आगे बढ़ाएगा।
टाटा ग्रुप के नए अध्यक्ष के रूप में रतन टाटा के भाई नवल टाटा को चुना गया है। इसी दौरान एक नाम और सुर्खियों में बना हुआ है, जिसका टाटा परिवार से सीधा संबंध नहीं है, वो है रतन टाटा के 28 साल के दोस्त शांतनु नायडू। आइये जानते हैं, कौन है शांतनु नायडू –
शांतनु नायडू
पिछले कुछ सालों से रतन टाटा के साथ एक युवक को अक्सर देखा गया है, यह युवक कई बार रतन टाटा के कंधे पर हाथ रखकर फोटो में भी देखा गया है। इस युवक का नाम शांतनु नायडू है, जिसका जन्म 1993 में महाराष्ट्र के पुणे में एक तेलुगू परिवार में हुआ था। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद शांतनु ने पुणे के सावित्रीबाई फूले विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। उसके बाद शांतनु ने अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से MBA किया।
Entrepreneur के रूप में सफर
शांतनु की एक उद्यमी के रूप में शुरूआत 2009 में ही हो गई थी। 2009 में शांतनु ने अपनी संस्था Motopaws की शुरुआत की। यह संस्था सड़क पर घूमने वाले कुत्तों के लिए रात में चमकने वाले डेनिम कॉलर बनाती है, ताकि अंधेरे में यह कॉलर रिफ्लेक्ट करे और सड़क पर गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर्स को ये दिख जाएं और किसी भी जानवर की मौत ना हो। उनकी यह संस्था आज 17 शहरों में काम कर रही है और उनके साथ 250 कर्मचारी इन बेजुबान जानवरों को बचा रहे हैं।
टाटा ग्रुप की कंपनियों में काम
शांतनु ने 2009 में टाटा टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग इंटर्न के रूप में काम किया, उसके बाद 2014 में उन्होंने Tata Elxsi में डिजाइन इंजीनियर के रूप में काम किया। इस दौरान उनकी मुलाकात रतन टाटा से हो गई थी। रतन टाटा से मुलाकात के बाद उन्होंने रतन टाटा के कार्यालय में जनरल मैनेजर के रूप में काम किया और अभी तक वे इसी पद पर हैं।
फेसबुक से हुई रतन टाटा से मुलाकात
यह तो सभी जानते हैं कि रतन टाटा परोपकार में बहुत विश्वास रखते थे, इसके साथ ही उन्हें जानवरों से भी विशेष लगाव था। रतन टाटा ने एक दिन शांतनु की फेसबुक पोस्ट देखी और उन्हें इस पशुप्रेमी नौजवान से मिलने की इच्छा हुई। 2014 में शांतनु को रतन टाटा से मुलाकात करने का निमंत्रण मिला। जब शांतनु और रतन टाटा मिले, तो उम्र में इतना फासला होने के बाद भी दोनों में दोस्ती हो गई। उसके बाद से ही शांतनु को अक्सर रतन टाटा के साथ देखा जाता था।
ये तो सभी जानते हैं कि रतन टाटा कई स्टार्टअप्स में निवेश करते थे, लेकिन बहुत कम लोग ये जानते हैं कि रतन टाटा इन स्टार्टअप में निवेश के लिए शांतनु से सलाह लेते थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शांतनु की संपत्ति 5 से 6 करोड़ रुपए है। शांतनु ने अपने लिंक्डइन पर रतन टाटा के बारे में लिखा कि “इस दोस्ती ने अब मेरे अंदर जो खालीपन पैदा कर दिया है, मैं अपनी बाकी की ज़िंदगी उसे भरने की कोशिश में बिता दूंगा. प्यार के लिए दुख की कीमत चुकानी पड़ती है. अलविदा, मेरे प्यारे लाइटहाउस।“