बांग्लादेश में छात्र नेताओं द्वारा एक नई राजनीतिक पार्टी “नेशनल सिटीजन पार्टी (NCP)” का गठन किया गया है, जिसने पहले ही दिन भारत के खिलाफ तीखे बयान दिए हैं। ये वही छात्र हैं, जिन्होंने बीते अगस्त में तत्कालीन शेख हसीना सरकार का तख्तापलट किया था। इस नई पार्टी ने यह भी ऐलान किया है कि भारत और पाकिस्तान समर्थक राजनीति के लिए बांग्लादेश में कोई जगह नहीं है।
भारत के खिलाफ NCP की बयानबाजी
रिपोर्ट्स के अनुसार, NCP के नेताओं ने अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में भारत के खिलाफ नफरत भरी बातें कहीं और देश की राजनीति में “बाहरी हस्तक्षेप” का आरोप लगाया। पार्टी का कहना है कि वे बांग्लादेश को “वास्तविक राष्ट्रवाद” की ओर ले जाना चाहते हैं और बाहरी प्रभाव को खत्म करना उनकी प्राथमिकता है।
बांग्लादेश की सेना की भूमिका
इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, बांग्लादेश की सेना भी सतर्क नजर आ रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश के सेना प्रमुख देश की वर्तमान स्थिति से नाखुश हैं और वे सरकार की नीतियों को लेकर चिंतित हैं।
क्या होगा बांग्लादेश की राजनीति का भविष्य?
NCP के गठन और इसके राष्ट्रवादी एजेंडे के चलते बांग्लादेश की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। अगर यह पार्टी जनता का समर्थन पाने में सफल होती है, तो यह आने वाले चुनावों में बड़ी भूमिका निभा सकती है।