अर्जेंटीना ने WHO से तोड़ा नाता, अमेरिका के बाद बड़ा फैसला!

अर्जेंटीना सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकलने का ऐलान कर दिया है। यह फैसला राष्ट्रपति जेवियर माइलेई (Javier Milei) की सरकार ने लिया है, जिनका मानना है कि WHO के नियम और फंडिंग उनकी नीतियों के अनुकूल नहीं हैं। इससे पहले, अमेरिका भी WHO से नाता तोड़ने की प्रक्रिया में है।

राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा कि अर्जेंटीना WHO की सदस्यता से हटने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर रहा है।

अर्जेंटीना के WHO से बाहर होने के प्रमुख कारण
1. आर्थिक संकट और फंडिंग का मुद्दा: अर्जेंटीना गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है और WHO की सदस्यता के लिए हर साल दी जाने वाली फीस को बचाना चाहता है।
2. स्वास्थ्य नीतियों पर असहमति: सरकार का मानना है कि WHO की नीतियां उनके स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रमों के लिए बाधा बन रही हैं।
3. अमेरिका के प्रभाव की संभावना: अमेरिका ने भी WHO से बाहर होने की घोषणा की थी, और अर्जेंटीना इस फैसले का समर्थन करता नजर आ रहा है।

अर्जेंटीना के इस कदम का वैश्विक असर
1. अर्जेंटीना के WHO से बाहर होने से दक्षिण अमेरिका में इसके प्रभाव को झटका लग सकता है।
2. कई देश WHO को वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए जरूरी मानते हैं, ऐसे में अर्जेंटीना का यह फैसला चर्चा में है।
3. COVID-19 जैसी महामारियों के दौरान WHO की भूमिका अहम रही है, इसलिए इस फैसले को स्वास्थ्य नीति के नजरिए से बड़ा कदम माना जा रहा है।

WHO से बाहर होने वाले अन्य देश
1. अमेरिका: डोनाल्ड ट्रंप ने सरकार में आते ही WHO से अलग होने के लिए कार्यकारी आदेश जारी किये थे।
2. ब्राजील: कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्राजील की सरकार भी WHO से दूरी बनाने पर विचार कर रही है।

अर्जेंटीना के WHO से बाहर होने का फैसला दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया है। इससे पहले अमेरिका भी ऐसा कर चुका है। अब देखना होगा कि क्या अन्य देश भी WHO से अलग होने की राह पर चलेंगे या नहीं।

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