भारत-ब्रिटेन के बीच फिर शुरू हुई व्यापार समझौते की बातचीत, छात्रों और पेशेवरों को होगा बड़ा फायदा

भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लेकर एक बार फिर बातचीत शुरू हो गई है। इस समझौते का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करना और निवेश के नए अवसर पैदा करना है। इससे भारतीय छात्रों और पेशेवरों को विशेष रूप से फायदा होगा, क्योंकि ब्रिटेन में काम करने और पढ़ाई के नए अवसर खुल सकते हैं।

क्या है भारत-ब्रिटेन FTA और क्यों है यह अहम?

मुक्त व्यापार समझौता (FTA) दो देशों के बीच एक ऐसा व्यापारिक समझौता होता है, जिसमें आयात और निर्यात पर लगने वाले करों (टैरिफ) और व्यापार से जुड़ी अन्य बाधाओं को कम किया जाता है। भारत और ब्रिटेन के बीच इस समझौते पर चर्चा लंबे समय से चल रही है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति नहीं बनने की वजह से इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका था। अब दोनों देश इस पर फिर से बातचीत कर रहे हैं, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

किन क्षेत्रों को मिलेगा फायदा?

इस व्यापार समझौते के तहत कई क्षेत्रों को सीधा फायदा मिलेगा, जिनमें शामिल हैं:

  1. भारतीय छात्र: ब्रिटेन में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों को अधिक अवसर और विशेष सुविधाएं मिल सकती हैं। वीजा प्रक्रिया को आसान बनाने पर भी चर्चा हो रही है।
  2. पेशेवरों और श्रमिकों: भारत के आईटी, हेल्थकेयर और अन्य सेक्टर के पेशेवरों को ब्रिटेन में नौकरी पाने के लिए नए रास्ते मिल सकते हैं।
  3. व्यापार और निवेश: भारतीय कंपनियों के लिए ब्रिटेन में व्यापार करना और निवेश करना आसान हो सकता है।
  4. मैन्युफैक्चरिंग और टेक्सटाइल: भारतीय उत्पादों, खासकर कपड़ा और मशीनरी के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
  5. ऑटोमोबाइल और फार्मा उद्योग: भारतीय ऑटोमोबाइल और फार्मा सेक्टर को ब्रिटिश बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने का मौका मिलेगा।

क्या हैं बातचीत में अड़चनें?

हालांकि, इस समझौते को लेकर कुछ बड़े मुद्दे अभी भी चर्चा में हैं, जिन पर सहमति बननी बाकी है:

  • टैरिफ (कर) की दरें: ब्रिटेन चाहता है कि भारत अपने बाजार में कुछ ब्रिटिश उत्पादों पर आयात शुल्क कम करे, जबकि भारत भी ब्रिटेन से यही उम्मीद कर रहा है।
  • विसा नीति: भारत चाहता है कि ब्रिटेन अपने वर्क वीजा नियमों को आसान बनाए ताकि भारतीय पेशेवरों को वहां नौकरी मिलने में आसानी हो।
  • मूल्यांकन और मानकों में समानता: दोनों देशों के उद्योगों के बीच मानकों (standards) में भिन्नता एक बड़ा मुद्दा है, जिसे हल करना जरूरी है।

भारत को कैसे होगा फायदा?

भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, और इस तरह के समझौते उसे और मजबूत बना सकते हैं। ब्रिटेन के साथ यह व्यापार समझौता होने से:

  • भारतीय निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
  • नए निवेश के मौके खुलेंगे।
  • टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के आदान-प्रदान में आसानी होगी।
  • रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

अब आगे क्या?

भारत और ब्रिटेन दोनों इस समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देना चाहते हैं। अगर यह बातचीत सफल होती है, तो आने वाले महीनों में इसे औपचारिक रूप से लागू किया जा सकता है। इससे दोनों देशों के व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध और भी मजबूत होंगे।

इस समझौते का सबसे बड़ा फायदा भारतीय छात्रों, पेशेवरों और व्यापारियों को होगा, जो ब्रिटेन में अपनी उपस्थिति बढ़ाना चाहते हैं। अब देखना होगा कि दोनों देश इस पर कब तक अंतिम सहमति बना पाते हैं और इसे लागू करने की घोषणा करते हैं।


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