विजय माल्या, जो भगोड़ा कारोबारी और किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व मालिक हैं, ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि भारतीय बैंकों ने उनसे जितना कर्ज लिया था, उससे ज्यादा राशि वसूल ली है। माल्या ने बैंकों द्वारा संपत्ति जब्ती और रिकवरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं और अदालत से मामले की समीक्षा करने की अपील की है।
विजय माल्या का क्या कहना है?
1. विजय माल्या ने दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा कि बैंकों ने उनकी संपत्तियों से उनकी कुल देनदारी से अधिक राशि वसूल कर ली है।
2. उनका दावा है कि बैंकों ने कर्ज चुकाने के नाम पर उनकी संपत्तियां बाजार दर से कम कीमत पर बेचीं।
3. उन्होंने कहा कि उन पर बैंकों 6,200 करोड़ रुपए का कर्ज था, लेकिन बैंक ने उससे से ज्यादा की वसूली कर ली है।
विजय माल्या केस: अब तक का पूरा मामला
2016: विजय माल्या देश छोड़कर यूके भाग गए।
2017: भारत सरकार ने उनके प्रत्यर्पण की कोशिशें शुरू कीं।
2018: यूके की अदालत ने माल्या के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी, लेकिन मामला लंबित रहा।
2023 – 24 : भारत में उनकी संपत्तियां नीलाम कर कर्ज की भरपाई की गई।
2025: विजय माल्या ने बैंकों पर अधिक वसूली का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने दिल्ली हाईकोर्ट में दावा किया है कि भारतीय बैंकों ने उनके कर्ज से अधिक वसूली कर ली है। यह मामला अब अदालत में है और देखना होगा कि बैंक इस दावे पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और हाईकोर्ट का क्या फैसला आता है।