छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एक बड़े एनकाउंटर में 31 नक्सली मारे गए। यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर के पास हुई, जहां सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए।
इस साल 2025 के पहले 40 दिनों में ही 80 नक्सली मारे जा चुके हैं, जो राज्य में चल रहे एंटी-नक्सल ऑपरेशन की सफलता को दर्शाता है।
यह अभियान खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया गया था और इसमें DRG (District Reserve Guard), STF (Special Task Force) और CRPF की कोबरा बटालियन शामिल थी।
2025 में अब तक 80 नक्सली ढेर
छत्तीसगढ़ में इस साल सुरक्षाबलों ने अब तक 80 नक्सलियों को मार गिराया है।
1. जनवरी में ही कई बड़ी मुठभेड़ हुईं, जिसमें सुरक्षाबलों को सफलता मिली।
2. नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात फोर्स लगातार ऑपरेशन चला रही है।
3. नक्सलियों की पकड़ कमजोर हो रही है और उनकी संख्या में गिरावट देखी जा रही है।
नक्सलियों के लिए बड़ा झटका
1. हाल के ऑपरेशन से नक्सली नेटवर्क कमजोर पड़ा है।
2. स्थानीय ग्रामीण अब सरकार और सुरक्षाबलों पर अधिक भरोसा जता रहे हैं।
3. नक्सली अब बैकफुट पर जा रहे हैं और उनके कई बड़े लीडर मारे जा चुके हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही राज्य को नक्सल मुक्त बनाने के लिए तेजी से अभियान चला रही हैं।
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के आक्रामक अभियान के कारण नक्सलियों की कमर टूटती दिख रही है। बीजापुर की इस मुठभेड़ के साथ ही 2025 में अब तक 80 नक्सली मारे जा चुके हैं, जो राज्य में शांति स्थापना की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।