भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। हालांकि, उनका यह निर्णय भारतीय टीम के लिए सही साबित नहीं हुआ और पूरी टीम महज 185 रन पर सिमट गई। इस पारी में ऋषभ पंत ने सबसे ज्यादा 40 रन बनाए, लेकिन अन्य बल्लेबाजों ने निराश किया। रवींद्र जडेजा ने 26, कप्तान बुमराह ने 22 और शुभमन गिल ने 20 रन बनाए। इसके अलावा, विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल क्रमशः 17 और 10 रन पर आउट हो गए। अन्य बल्लेबाजों में से कोई भी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सका। केएल राहुल 4 रन, प्रसिद्ध कृष्णा 3 रन और मोहम्मद सिराज 3 रन बनाकर पवेलियन लौटे। नीतीश रेड्डी खाता नहीं खोल सके।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्कॉट बोलैंड ने चार विकेट चटकाए, जबकि मिचेल स्टार्क को तीन विकेट मिले। पैट कमिंस ने दो विकेट लिए और नाथन लियोन को एक विकेट मिला। भारतीय बल्लेबाजों की यह असफलता ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन का परिणाम थी, जिन्होंने भारतीय बल्लेबाजी को लगातार दबाव में बनाए रखा।
भारत की पारी के खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपनी पहली पारी की शुरुआत की। शुरूआत में सैम कोंस्टास और उस्मान ख्वाजा ने बल्लेबाजी की। कोंस्टास ने एक चौका मारकर तेज शुरुआत की कोशिश की, लेकिन बुमराह ने ख्वाजा को आउट कर भारतीय टीम को खुश होने का मौका दिया। बुमराह की यह गेंद सटीक थी और ख्वाजा 2 रन बनाकर केएल राहुल के हाथों कैच हो गए। ख्वाजा के आउट होने के साथ ही स्टंप की घोषणा कर दी गई और ऑस्ट्रेलिया 9 रन पर एक विकेट खो चुका था।
दिन के खेल का सबसे रोमांचक पल तब आया जब बुमराह और कोंस्टास के बीच शब्दों की अदला-बदली हुई। दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ख्वाजा की पारी के दौरान बुमराह के रन-अप के दौरान कोंस्टास ने रुकने का इशारा किया, जिससे बुमराह नाखुश हो गए। इस पर दोनों के बीच तीखी नोक-झोंक हुई और अंपायर को बीच-बचाव करना पड़ा। हालांकि, इसके बाद अगली ही गेंद पर बुमराह ने ख्वाजा को आउट कर दिया, और भारतीय टीम ने कोंस्टास को घेर लिया और एक साथ उन्हें चीयर किया। कोंस्टास चुपचाप वहां से चले गए और बुमराह ने विकेट लेने के बाद भी उन्हें कुछ नहीं कहा।
ऑस्ट्रेलिया की पारी फिलहाल संकट में है और वे भारतीय टीम से 176 रन पीछे चल रहे हैं। फिलहाल क्रीज पर सैम कोंस्टास सात रन बनाकर नाबाद हैं।
पहले दिन का खेल भारतीय टीम के लिए मिश्रित परिणामों के साथ रहा, लेकिन बुमराह की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाए रखा। अब भारत की उम्मीदें अपनी गेंदबाजी के प्रदर्शन को आगे बढ़ाने पर हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया को अपनी बल्लेबाजी को मजबूत करने की जरूरत होगी।