प्रयागराज महाकुंभ 2025 में भगदड़: कई श्रद्धालुओं की मौत, प्रशासन पर उठे सवाल

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान भारी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल हो गए। घटना के बाद प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं। निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर प्रेमानंद गिरी ने भी सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। वहीं इस घटना के बाद अखाड़ों ने आज का अमृत स्नान रद्द कर दिया है।

कैसे हुई भगदड़?
1. मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु एकत्र हुए थे।
2. अत्यधिक भीड़ के कारण प्रवेश और निकास द्वारों पर अव्यवस्था हो गई।
3. पुलिस और प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने में असफल रहा, जिससे भगदड़ मच गई।
3. इस भगदड़ में कई श्रद्धालुओं के मरने की आशंका है।

मृतकों और घायलों की संख्या
1. प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, हादसे में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई है।
2. दर्जनों घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
3. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

महामंडलेश्वर प्रेमानंद गिरी का बयान
1. निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर प्रेमानंद गिरी ने सरकार और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए।
2. उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।

कुंभ में भगदड़ की पिछली घटनाएं
1. 2013 में इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर कुंभ मेले के दौरान भगदड़ में 36 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।
2. 1954 के कुंभ में 800 से ज्यादा लोग भगदड़ में मारे गए थे।

महाकुंभ जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। ऐसे में प्रशासन की भूमिका बेहद अहम होती है। इस हादसे ने सरकार की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस घटना के बाद बेहतर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।

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