दावोस में विश्व आर्थिक मंच के तीसरे दिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब और ओपेक देशों से वैश्विक तेल की कीमतों में कमी लाने का आग्रह किया। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि यह कदम नवंबर चुनाव से पहले क्यों नहीं उठाया गया। ट्रंप ने कहा, “आपको तेल की कीमतें कम करनी होंगी, जो ईमानदारी से कहूं तो, मुझे आश्चर्य है कि उन्होंने यह चुनाव से पहले क्यों नहीं किया।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी दावा किया कि तेल की कीमतों में कमी से रूस-यूक्रेन युद्ध तुरंत समाप्त हो सकता है, क्योंकि उच्च तेल कीमतें संघर्ष को जारी रखने में सहायक हैं। उन्होंने कहा, “अभी, कीमत इतनी अधिक है कि वह युद्ध जारी रहेगा… आपको तेल की कीमतें कम करनी होंगी, इससे वह युद्ध समाप्त हो जाएगा।”
इसके अतिरिक्त, ट्रंप ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ हुई बातचीत का उल्लेख किया, जिसमें सऊदी अरब ने अगले चार वर्षों में अमेरिका में $600 बिलियन का निवेश करने की इच्छा जताई है। ट्रंप ने इस राशि को बढ़ाकर $1 ट्रिलियन करने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, “मैं क्राउन प्रिंस से $1 ट्रिलियन तक बढ़ाने के लिए कहूंगा। मुझे लगता है कि वे ऐसा करेंगे।”
ट्रंप ने अपने प्रशासन की नीतियों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें उन्होंने विविधता, समानता और समावेशन (DEI) से संबंधित नीतियों को समाप्त करने की बात कही। उन्होंने कहा, “मैंने DEI से संबंधित नीतियों को समाप्त कर दिया है। हमारे पास केवल दो लिंग हैं।”
इसके साथ ही, उन्होंने उन उत्पादों पर टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा की जो अमेरिका में निर्मित नहीं होते, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और ऋण को कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “यदि आप अपना उत्पाद अमेरिका में नहीं बनाते हैं, तो आपको टैरिफ का भुगतान करना होगा।”
ट्रंप ने अपने भाषण के अंत में अमेरिका के लिए एक “स्वर्णिम युग” की शुरुआत की घोषणा की, जिसमें देश को मजबूत और एकजुट बनाने का वादा किया।
इन सभी घोषणाओं के माध्यम से, राष्ट्रपति ट्रंप ने वैश्विक नेताओं और व्यापारिक समुदाय को यह संदेश दिया कि उनका प्रशासन अमेरिकी हितों की रक्षा और वैश्विक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।