मोदी सरकार ने नए साल की शुरुआत किसानों को बड़ी राहत देते हुए की है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में उर्वरक सब्सिडी में वृद्धि का ऐलान किया गया। इस फैसले का उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और कृषि लागत को कम करना है।
डीएपी पर सब्सिडी में इजाफा
सरकार ने डाय-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) पर सब्सिडी को ₹8,000 प्रति टन से बढ़ाकर ₹9,000 प्रति टन कर दिया है। यह निर्णय सीधे तौर पर किसानों के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि डीएपी सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला उर्वरक है।
यूरिया और अन्य उर्वरकों पर भी ध्यान
डीएपी के अलावा, सरकार ने यूरिया और अन्य उर्वरकों पर सब्सिडी को बनाए रखने का आश्वासन दिया है। सरकार का यह कदम महंगाई से जूझ रहे किसानों के लिए राहतभरा साबित होगा।
खरीफ और रबी सीजन पर असर
इस फैसले से खरीफ और रबी दोनों सीजन में फसल उत्पादन लागत कम होगी। इसके परिणामस्वरूप किसानों को अपनी फसलों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फैसले को किसानों के हित में उठाया गया कदम बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के अपने वादे को पूरा करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है।
वहीं, विपक्ष ने इस कदम को चुनावी कदम बताया है। हालांकि, सरकार ने इसे किसानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का हिस्सा बताया है।
उर्वरक सब्सिडी में बढ़ोतरी का यह फैसला किसानों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है। इससे न केवल उनकी लागत कम होगी, बल्कि कृषि क्षेत्र में भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।