दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा की है, जो पिछले वर्षों की तुलना में कम है। कंपनी ने कर्मचारियों को सैलरी रिवीजन लेटर भेजा है, जिसमें प्रदर्शन के आधार पर औसतन 5% से 8% तक वेतन वृद्धि की पेशकश की गई है। सूत्रों के अनुसार, बेहतर प्रदर्शन करने वाले कुछ कर्मचारियों की सैलरी दो अंकों में बढ़ाई गई है।
तिमाही नतीजे
इंफोसिस का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 की दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 11.4% बढ़कर ₹6,806 करोड़ हो गया। तिमाही आधार पर मुनाफा 4.6% बढ़ा। राजस्व की बात करें तो यह 7.5% बढ़कर ₹41,764 करोड़ हो गया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने राजस्व वृद्धि अनुमान को भी बढ़ाकर 4.5%-5% कर दिया है।
प्रभावी तिथियाँ और स्तर
यह सैलरी रिवीजन जॉब लेवल 5 (टीम लीडर तक) और जॉब लेवल 6 (वाइस प्रेसिडेंट से नीचे के मैनेजर्स) के कर्मचारियों पर लागू है। JL5 के कर्मचारियों की सैलरी हाइक 1 जनवरी से प्रभावी होगी, जबकि JL6 कर्मचारियों के लिए संशोधित सैलरी 1 अप्रैल से लागू होगी। 1 नवंबर 2023 के बाद से इंफोसिस द्वारा यह पहला सैलरी रिवीजन है।
आईटी सेक्टर में मंदी का असर?
आईटी कंपनियां इस समय ग्लोबल मार्केट की सुस्ती और आर्थिक मंदी से जूझ रही हैं। हाल ही में कई कंपनियों ने छंटनी भी की है, और इंफोसिस की यह कम सैलरी बढ़ोतरी इसी का संकेत हो सकती है।
आईटी इंडस्ट्री के लिए संकेत
इंफोसिस की यह सैलरी हाइक अन्य आईटी कंपनियों के लिए एक संकेत हो सकता है कि इस साल सैलरी बढ़ोतरी में बचत की नीति अपनाई जा सकती है।