तीन वर्षों में पहली बार दिल्ली की हवा हुई साफ: AQI गिरकर 85 पर पहुंचा

राजधानीवासियों ने ली राहत की सांस, प्रदूषण में आई कमी

हाल के वर्षों में वायु प्रदूषण से जूझ रही दिल्ली ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। तीन वर्षों में पहली बार, राजधानी की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 85 के स्तर पर पहुंच गई है, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है। यह सुधार दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर है, जो लंबे समय से प्रदूषित हवा के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे।

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) क्या है?

AQI एक मानक मापदंड है जो वायु में मौजूद प्रमुख प्रदूषकों की सांद्रता को मापता है, जैसे कि PM2.5, PM10, CO, SO₂, NO₂, और O₃। AQI के विभिन्न स्तर इस प्रकार हैं:

  • 0-50: अच्छी वायु गुणवत्ता
  • 51-100: संतोषजनक
  • 101-200: मध्यम
  • 201-300: खराब
  • 301-400: बहुत खराब
  • 401-500: गंभीर

दिल्ली का AQI 85 पर पहुंचना दर्शाता है कि वायु गुणवत्ता संतोषजनक है, जो स्वास्थ्य के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है।

वायु गुणवत्ता में सुधार के कारण

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में इस सुधार का श्रेय कई कारकों को दिया जा सकता है:

  1. सरकारी नीतियां और उपाय: प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा सख्त नीतियों का कार्यान्वयन, जैसे कि उद्योगों पर निगरानी, वाहनों के लिए उत्सर्जन मानकों का पालन, और निर्माण गतिविधियों पर नियंत्रण।
  2. पर्यावरणीय जागरूकता: नागरिकों में बढ़ती पर्यावरणीय जागरूकता ने प्रदूषण कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लोग सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग कर रहे हैं और निजी वाहनों का कम उपयोग कर रहे हैं।
  3. मौसम संबंधी कारक: हाल के दिनों में अनुकूल मौसम परिस्थितियों, जैसे कि तेज हवा और बारिश, ने वायु में मौजूद प्रदूषकों को कम करने में मदद की है।

पिछले वर्षों की तुलना

पिछले तीन वर्षों में, दिल्ली की वायु गुणवत्ता चिंताजनक स्तर पर रही है। उदाहरण के लिए, दिसंबर 2024 में, AQI 379 तक पहुंच गया था, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इस संदर्भ में, वर्तमान में AQI का 85 पर पहुंचना एक महत्वपूर्ण सुधार है।

स्वास्थ्य पर प्रभाव

प्रदूषित हवा का स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, जिसमें श्वसन संबंधी बीमारियां, हृदय रोग, और आंखों में जलन शामिल हैं। AQI के संतोषजनक स्तर पर पहुंचने से इन स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आने की संभावना है, जिससे नागरिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार होगा।

भविष्य की चुनौतियां और आवश्यक कदम

हालांकि यह सुधार उत्साहजनक है, लेकिन वायु प्रदूषण को नियंत्रित रखना एक निरंतर प्रयास है। सरकार और नागरिकों को मिलकर प्रदूषण नियंत्रण उपायों का पालन जारी रखना होगा ताकि यह सुधार स्थायी बना रहे।

निष्कर्ष

दिल्ली में वायु गुणवत्ता का संतोषजनक स्तर पर पहुंचना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो सरकार, नागरिकों, और अनुकूल मौसम परिस्थितियों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। इस सुधार को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक हैं, ताकि राजधानीवासियों को स्वच्छ हवा में सांस लेने का अधिकार मिल सके।

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