हाल ही में एलन मस्क ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कैलिफ़ोर्निया की मुफ्त स्वास्थ्य सेवा योजना को लेकर चिंता जताई। उनके ट्वीट में लिखा है:

यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका लॉस एंजेलेस की विनाशकारी आग जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है। इस बयान को मस्क और उनके राजनीतिक सहयोगी डोनाल्ड ट्रंप की रणनीति के रूप में देखा जा सकता है, जो जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने की एक चाल भी हो सकती है।
This will scale to enormous numbers, as California passed a bill providing free healthcare for illegals that just took effect last year.
— Elon Musk (@elonmusk) January 12, 2025
Essentially, anyone on Earth can come to California for free healthcare.
Earth has 8 billion people, but California has 40 million people.… https://t.co/k34z1Zj305
क्या 8 अरब लोग कैलिफ़ोर्निया में आ सकते हैं?
वैसे तो एलन मस्क अपने नंबर्स और बयानों को लेकर पूरी तरह सटीक रहते हैं लेकिन उनका यह दावा पूरी तरह से अतार्किक और भ्रामक है।
क्या पूरी दुनिया की आबादी एक साथ कैलिफ़ोर्निया में पहुंच सकती है? यह सोच भी व्यावहारिक रूप से असंभव है। यह केवल एक ध्यान भटकाने वाला बयान है, जिसका उद्देश्य वास्तविक समस्याओं से जनता का ध्यान हटाना है।
इस तरह के बयानों का उपयोग इसलिए किया जाता है ताकि गंभीर मुद्दों—जैसे कि लॉस एंजेलेस में लगी भीषण आग—पर से जनता की नजरें हट जाएं। यह रणनीति केवल डर फैलाने और राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए है।
लॉस एंजेलेस की आग: मस्क का मौन क्यों?
अभी अमेरिका में लॉस एंजेलेस की आग ने भारी तबाही मचाई है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं, पर्यावरणीय नुकसान हो रहा है, और प्रशासन की नाकामी स्पष्ट है।
लेकिन क्या एलन मस्क ने इस पर कोई बयान दिया?
नहीं।
इसके बजाय, वह ऐसे काल्पनिक मुद्दों पर बयानबाजी कर रहे हैं जिनका कोई ठोस आधार नहीं है। यह स्पष्ट रूप से उनकी प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं का सवाल: भारत बनाम अमेरिका
एलन मस्क का बयान भारत के संदर्भ में दिलचस्प तुलना की गुंजाइश देता है।
भारत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं ने मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं के मॉडल को सफलतापूर्वक लागू किया है।
दिल्ली में केजरीवाल सरकार की “मोहल्ला क्लीनिक” योजना और मोदी सरकार की “आयुष्मान भारत” योजना ने करोड़ों गरीबों को राहत दी है।
कैलिफ़ोर्निया की योजना भले ही अलग संदर्भ में हो, लेकिन मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं किसी भी लोकतंत्र में एक बुनियादी अधिकार होनी चाहिए। मस्क का इस पर सवाल उठाना दर्शाता है कि वह इस मुद्दे को केवल एक राजनीतिक एजेंडा के रूप में देख रहे हैं।
वह बेहतर व्यवस्था और स्कीम में बदलाव की ओर भी इशारा कर सकते थे लेकिन सनसनी फैलाना सिर्फ मुद्दे भटकाने का प्रयास मात्र है।
क्या मस्क ट्रंप की वापसी का रास्ता तैयार कर रहे हैं?
मस्क के तमाम बयानों को ट्रंप की सत्ता वापसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
जब ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए शपथ ग्रहण करने वाले हैं, ऐसे समय पर मस्क जैसे प्रभावशाली व्यक्ति का इस तरह के भ्रामक मुद्दों को तूल देना राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
क्या यह संयोग है कि मस्क ने यह ट्वीट तब दिया जब ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह बस होने को ही है? या यह सत्ता में आते ही एजेंडा सेट करने की कोशिश है? जनता के असली मुद्दे कौन उठाएगा?
एलन मस्क जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों से उम्मीद होती है कि वे आपदाओं और जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाएंगे।
लेकिन यह स्पष्ट हो रहा है कि मस्क और उनके राजनीतिक सहयोगी केवल ध्यान भटकाने और राजनीतिक लाभ के लिए काल्पनिक समस्याओं का सहारा ले रहे हैं।