उत्तर प्रदेश पुलिस की आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने दो संदिग्ध आईएसआई एजेंटों को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये एजेंट भारत के सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज और खुफिया जानकारी पाकिस्तान को भेज रहे थे।
कैसे हुआ खुलासा?
गुप्त सूचना के आधार पर उत्तर प्रदेश ATS ने लखनऊ और आगरा से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया। जांच के दौरान सामने आया कि ये लोग भारत के अत्याधुनिक रक्षा प्रोजेक्ट्स और खुफिया ऑपरेशन की जानकारी लीक कर रहे थे। इनमें गगनयान मिशन और ड्रोन तकनीक से जुड़ी अहम जानकारियां भी शामिल हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकती थीं।
किन आरोपों में हुई गिरफ्तारी?
ATS ने इन दोनों संदिग्धों पर राष्ट्रद्रोह, जासूसी और अवैध संपर्क रखने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया है। अधिकारियों के अनुसार, इनके पास से पाकिस्तान से जुड़े संपर्क सूत्रों की जानकारी, डिजिटल डेटा और कुछ संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
क्या थी संदिग्धों की योजना?
1. ये दोनों संदिग्ध भारतीय सेना की तैनाती, सुरक्षा ठिकानों और महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं की जानकारी पाकिस्तान को भेज रहे थे।
2. इनका मुख्य उद्देश्य भारतीय रक्षा तंत्र की खामियां खोजना और इसे पाकिस्तान तक पहुंचाना था।
3. सूत्रों के अनुसार, आईएसआई इन एजेंटों के जरिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के भीतर सेंध लगाने की कोशिश कर रही थी।
ATS की आगे की कार्रवाई
उत्तर प्रदेश ATS अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार एजेंटों के संपर्कों की भी जांच की जा रही है और इनके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसका भी पता लगाया जा रहा है।