तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाया बड़ा कदम, 8 पाकिस्तानी सैनिक ढेर – जानें क्या है विवाद?

अफगान तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव एक नए स्तर पर पहुंच गया है। ताजा घटनाक्रम में तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है, जिससे पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

तालिबान ने कैसे दिया पाकिस्तान को झटका?
1. व्यापारिक रास्तों पर दबाव – रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने पाकिस्तान से जुड़े व्यापारिक मार्गों पर नकेल कस दी है, जिससे पाकिस्तान के राजस्व को भारी नुकसान हो सकता है।
2. तोरखम बॉर्डर पर झड़प – अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच स्थित तोरखम बॉर्डर पर हुई हिंसक झड़प में तालिबान ने पाकिस्तान की सेना पर हमला किया, जिसमें आठ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और कई चौकियां नष्ट कर दी गईं।
3. तालिबान का आक्रामक रुख – तालिबान सरकार ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह उसकी ‘दोहरी नीति’ को सहन नहीं करेगा।

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को झटका
पाकिस्तान पहले ही गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। IMF से बेलआउट पैकेज मिलने के बावजूद, विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति कमजोर बनी हुई है। तालिबान के इस कदम से पाकिस्तान के आयात-निर्यात पर सीधा असर पड़ सकता है, जिससे महंगाई और बेरोजगारी बढ़ने की आशंका है।

क्यों बिगड़ रहे हैं तालिबान-पाकिस्तान संबंध?
1. पाकिस्तान ने हाल ही में कई अफगान शरणार्थियों को देश से बाहर निकाला था, जिससे तालिबान नाराज था।
2. पाकिस्तान का ISI, अफगानिस्तान में अपनी रणनीति लागू करने की कोशिश करता रहा है, जिससे तालिबान असहज महसूस करता है।
3. पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान में आतंकी संगठनों को लेकर बयानबाजी करता रहा है, जिससे तालिबान को लगता है कि इस्लामाबाद उसकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है।

तालिबान और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव दक्षिण एशिया की सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है। पाकिस्तान, जो पहले तालिबान को समर्थन देता था, अब उसी के निशाने पर आ चुका है। आने वाले दिनों में दोनों देशों के रिश्तों में और खटास देखने को मिल सकती है।

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